जहाँ बाबा राघव मेडिकल कॉलेज है
जहाँ दीनदयाल विश्वविद्यालय है।
जहाँ गोरख बाबा का मंदिर है.
जो सबके दिलों के अंदर है।
जो कबीर प्रेम कि धरती है
जहाँ बुढ़िया माई रहती है।
जहाँ जनता गोरखनाथ की पुजारी है.
जहाँ से हारा मनोज तिवारी है।
जहाँ धर्म-संस्कृति का राज़ है.
जिस पर सदा ही हमको को नाज़ है।
जहाँ विकास की लहर है.
वहीँ मेरा गोरखपुर शहर है।
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